जल संकट पर निबंध

जल संकट पर निबंध – पीने योग्य पानी की कमी वैश्विक संकट बन चुका है, यह आने वाले समय में युद्ध का कारण भी बन सकता है। अगर एक नल से लगातार एक-एक बूंद पानी टपकता है, तो दिनभर में लगभग बीस लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है। तालाब किनारे या नदियों किनारे कचरा न फैलाएं।

घर की सफाई के लिए रासायनिक क्लीनरों की जगह सिरका, बेकिंग सोडा और नीम के पत्तों का उपयोग, बालों के लिए रीठा और शिकाकाई का प्रयोग, या साबुन की जगह मुल्तानी मिट्टी- ये सभी परंपरागत और सुरक्षित विकल्प हैं, जो हमारे जल स्रोतों को रासायनिक प्रदूषण से बचा सकते हैं।

नहाने के लिए बाल्टी का प्रयोग करें, बर्तन और कपडे धोने में पाइप के बजाय पानी का सीमित उपयोग करना, और वर्षा जल संचयन की व्यवस्था जरूर करनी होगी।

रसोई में काम आने वाले पानी को एकत्रित करके पोधो में उपयोग करे| बरसात के पानी का संचयन कर उसे पीने योग्य पानी बनाया जा सकता है इसके साथ ही इस पानी का बाकी जगह भी उपयोग किया जा सकता है |